
अहिंसक संचार - सुचारु और शांतिमय विश्व भविष्यका मानवीय तत्व । हमारे संचार संस्कार हममे , आस पास के व्यवहार , सामाजिक , वातावरण एवं पृथ्वी निसर्ग पर उसके वाईब्रेस्टियन्स असरकर्ता हैं। अहिंसक संचार अभ्यास क्रम में बताया गया हैं उसी तरह हर प्रकारका संवाद - संचार माध्यम जीवन की अहम भूमिका हैं जो हमारा और ब्रह्माण्डका भविष्य रचित करनेमें एहम भूमिका प्रदान करता हैं। संचारसे हमारी मानवीय सहज प्रकृतिका घट्न , विघटन , सामजिक वातवरण , व्यवहार , परिस्थितिया , सुख - दुःख , और नए नए संस्कार बनते हैं। इसे कैसे बहेतर बनाया जाये ? संचार जितनाही अहिंसक , प्राकृतिक समन्वयकारी , सहयोग करने वाला , सकारात्मक , अच्छाइया फ़ैलाने वाला, प्रकृति के अनुकूल हो तो सभी जीवोंका जीवन संतुलीत , और पृथ्वी पर बोज रूप ...